
Chokher Bali: चोखेर बाली
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Summary
रवीन्द्रनाथ टैगोर एशिया के पहले साहित्यकार थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार से नवाज़ा गया। उच्चकोटि के कवि होने के साथ उन्होंने कहानी, निबन्ध, यात्रा-वृत्तान्त और उपन्यास के क्षेत्र में भी साहित्य सृजन किया। उनका उपन्यास ‘चोखेर बाली' प्रेम, वासना, मित्रता और… दाम्पत्य जीवन के ऊहा- पोह में फँसे बिनोदिनी और महेन्द्र, आशा और बिहारी की बड़ी ही मार्मिक कहानी है। मानवीय भावनाओं को अपने अनूठे शिल्प से उकेरते हुए लेखक ने बंगाल के तत्कालीन समाज का भी सजीव चित्रण प्रस्तुत किया है। वहीं इस उपन्यास में माँ राजलक्ष्मी और बेटे महेन्द्र के प्रेम को भी दर्शाया गया है और इसके साथ ही महेन्द्र की चाची अन्नपूर्णा की भी विशेष भूमिका रही है। उपन्यास में प्रेम, मित्रता की हृदय को छू लेने वाली वेदना से परिपूर्ण बातें पाठक के मन को अपनी ओर पूर्णरूपेण खींच लेने में सक्षम हैं।