
Karma Ka Siddhant: कर्म का सिद्धांत
Spiritualité
Audio avec voix de synthèse
Résumé
'मैंने किया' बोला कि कर्मबंध हो जाता है। ये 'मैंने किया' इसमें इगोइज़्म(अहंकार) है और इगोइज़्म से कर्म बंधा जाता है। जिधर इगोइज़्म ही नहीं, मैंने किया ही नहीं है, वहाँ कर्म नहीं होता है ।
Description du titre
ISBN
9789386289551
Éditeur
Dada Bhagwan Vignan Foundation
Année
2016
Cote
4257421